What is Canonical Tag in Hindi | कैनोनिकल टैग क्या है?

नमस्ते दोस्तों! इस लेख में हम कैनोनिकल टैग पर विस्तार से चर्चा करेंगे। जानेंगे कि कैनोनिकल टैग क्या है(What is Canonical Tag in Hindi)। कैनोनिकल URL किसे कहते हैं। इसके फायदों को समझेंगे और यह भी देखेंगे कि इसे कैसे बनाया और यूज़ किया जाता है। यह टैग SEO के लिए कितना महत्वपूर्ण है। Rel=”canonical” और 301 रीडायरेक्ट में क्या अंतर है? हम यह भी जानेंगे कि कैनोनिकल टैग को कब और कहाँ इस्तेमाल करना चाहिए। साथ ही वर्डप्रेस, Wix, Shopify और ब्लॉगर जैसे प्लेटफॉर्म पर इसे कैसे ऐड करे। इन सभी पॉइंट्स पर चर्चा करेंगे।

अगर आप अपनी कोई वेबसाइट चलाते हैं या SEO (Search Engine Optimization) में काम करते है। तो आप “Canonical Tag” के बारे में जानते होंगे या इसका नाम जरूर सुना होगा। कैनोनिकल टैग वेबसाइट की SEO रणनीति में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है। लेकिन बहुत से लोगों अभी भी नहीं जानते Canonical Tag क्या है। इसे कैसे सही से यूज़ किया जाता है। इस लेख को पढ़ने के बाद आप Canonical Tag के बारे में सबकुछ समझ जायेंगे। इसे अपने वेबसाइट या ब्लॉग में कैसे यूज़ करे।

Table of Contents

What is Canonical Tag in Hindi | कैनोनिकल टैग क्या है?

Canonical Tag एक HTML टैग होता है। इसका यूज़ डुप्लिकेट कंटेंट की प्रॉब्लम को सुलझाने के लिए किया जाता है। यह सर्च इंजन को बताता है। हमारी वेबसाइट का मुख्य (original) या प्राथमिक URL कौन-सा है। जब एक ही कंटेंट कई URLs पर मौजूद हो।

अगर एक ही कंटेंट इन सभी URLs पर है:

उदाहरण:

  • https://example.com/page
  • https://www.example.com/page
  • https://example.com/page?ref=abc

तो हम सभी पेजों में canonical tag ऐड कर सकते हैं। जैसे: <link rel=”canonical” href=”https://example.com/page” />

Canonical Tag को फ़रवरी 2009 में Google , Yahoo और Microsoft ने मिलकर बनाया था। जिसका मुख्य काम किसी भी वेबसाइट या वेबपेज के Most Preferred Page को सर्च इंजन को बताना था। कैनोनिकल टैग मुख्यतः एक HTML कमांड होती है। यह सर्च इंजन बोट्स को वेबसाइट के head section में मिलता है।

कुल मिलाकर Canonical Tag सर्च इंजन को बताता है। वेबसाइट का कौन सा URL सही है। जिसको Index करना है।

What is Canonical URL in Hindi | कैनोनिकल URL क्या है?

Canonical URL वह मुख्य URL होता है। जिसे सर्च इंजन को यह बताने के लिए सेट किया जाता है। एक जैसे दिखने वाले URLs में से कौन सा URL प्राथमिक रूप से इंडेक्स किया जाए। यह URL डुप्लिकेट कंटेंट को रोकने में मदद करता है। यह SEO को बेहतर बनाता है।

Canonical Tag Basic Structure: <link rel=”canonical” href=”https://technicalskillsup.com/” />

Benefits of Canonical Tag in Hindi | कैनोनिकल टैग के फायदे

आइए जानते हैं कैनोनिकल टैग के कुछ प्रमुख लाभ के बारे में:

  • डुप्लिकेट कंटेंट से बचाव: कैनोनिकल टैग यह सुनिश्चित करता है। यदि आपकी वेबसाइट पर एक ही सामग्री कई URLs पर उपलब्ध है। तो सर्च इंजन केवल मुख्य URL को इंडेक्स करेगा। जिससे डुप्लिकेट कंटेंट की प्रॉब्लम हल होगी।
  • SEO सुधार: कैनोनिकल टैग सर्च इंजन को सही पेज को प्राथमिकता देने में मदद करता है। इससे वेबसाइट की SEO रैंकिंग बेहतर होती है।
  • लिंक जूस का संरक्षण: जब एक पेज के कई वर्शन होते हैं। तब कैनोनिकल टैग लिंक जूस को मुख्य पेज पर जोड़ने में सहायता करता है। जिससे उस पेज की सर्च इंजन रैंकिंग में सुधार होता है।
  • क्रॉलिंग में सुधार: जिससे सर्च इंजन को सही वेब पेजों को क्रॉल और इंटेक्स करने में मदद मिलती है। जिससे वेबसाइट की क्रॉलिंग और इंडेक्सिंग प्रक्रिया ज्यादा प्रभावी होती है।
  • यूज़र अनुभव में सुधार: यह सुनिश्चित करता है। जिससे यूज़र्स को को आपकी वेबसाइट का सही वेब पेज मिलें। जिससे वेबसाइट पर यूजर का अनुभव बेहतर होता है।

Why is Canonical Tag Used in Hindi | कैनोनिकल टैग का उपयोग क्यों किया जाता है?

अगर हमारी वेबसाइट पर एक ही कंटेंट कई URL पर है। तब Google कंफ्यूज़ हो सकता है। किसे यूआरएल को SERP रैंक में दिखाये। आप Canonical Tag ऐड करके Google को बता सकते हैं। आपकी वेबसाइट के किस यूआरएल को सर्च इंजन में इंडेक्स किया जाये।

How Does Canonical Tag Help in SEO in Hindi | कैनोनिकल टैग SEO में कैसे मदद करता है?

SEO में कैनोनिकल टैग के मुख्य फायदे:

  • डुप्लिकेट कंटेंट से बचाव: जब एक ही कंटेंट कई URLs पर होता है। इससे SEO रैंकिंग प्रभावित होती है। Canonical टैग से यह प्रॉब्लम हल होती है।
  • लिंक इक्विटी को केंद्रित करता है: सभी लिंक की वैल्यू canonical पेज को मिलती है। जिससे सर्च इंजन में उस पेज की रैंकिंग बेहतर होती है।
  • क्रॉलिंग एफिशिएंसी बढ़ती है: Google जैसे सर्च इंजन डुप्लिकेट पेज स्कैन नहीं करते है। जिस कारण वह जरूरी पेजों को जल्दी क्रॉल कर पाते हैं।
  • रैंकिंग स्थिर रहती है: इससे एक पेज को सर्च इंजन में बार-बार रिपीट नहीं किया जाता है। जिससे उस पेज की पोजीशन मजबूत रहती है।

What is the Difference Between Rel=”canonical” and 301 Redirect in Hindi | Rel=”canonical” और 301 Redirect में क्या अंतर है?

Rel=”canonical” और 301 Redirect में मुख्य अंतर:

विषय Rel=”canonical” 301 Redirect
उद्देश्य यह सर्च इंजन को प्राथमिक URL को बताता है।  यह यूजर और सर्च इंजन को स्थायी रूप से नए URL पर भेजता है। 
कैसे काम करता है? इसको HTML पेज के <head> सेक्शन में ऐड करते है। यह सर्वर-साइड HTTP रीडायरेक्शन द्वारा होता है। 
यूजर को दिखता है? नहीं, इससे यूजर को कुछ फर्क नहीं दिखता है। हाँ, यूजर सीधे नए URL पर रीडायरेक्ट हो जाता है। 
इनका SEO पर क्या प्रभाव पड़ता है।  इससे SEO वैल्यू canonical URL को ट्रांसफर होती है।  इसमें SEO वैल्यू नए URL को ट्रांसफर होती है। 
इनका पयोग कब करें।  जब डुप्लिकेट कंटेंट हो लेकिन सब URL लाइव रहने चाहिए।  जब पुराना पेज पूरी तरह से नए पेज में बदल दिया गया हो। 
इनकी लोडिंग प्रक्रिया क्या होती है।  इसमें पेज लोड होता है। फिर सर्च इंजन canonical पढ़ता है।  इसमें पुराना URL कभी लोड नहीं होता है। सीधा नए पर चला जाता है। 

How to Add Canonical Tag in WordPress in Hindi | वर्डप्रेस में कैनोनिकल टैग कैसे ऐड करें?

WordPress वेबसाइट में Canonical Tag जोड़ने के मुख्य 3 तरीके होते हैं:

1. सबसे आसान तरीका SEO Plugin जैसे Yoast SEO या Rank Math SEO Plugin का यूज़ करके:

✅ Yoast SEO:
  • सबसे पहले पोस्ट या पेज एडिट करें।
  • इसकेबाद नीचे Yoast SEO सेक्शन में जाएं।
  • यहाँ “Advanced” टैब पर क्लिक करें।
  • यहाँ “Canonical URL” फील्ड में सही URL ऐड करे।
  • इसकेबाद Update बटन पर क्लिक करें।
✅ Rank Math SEO:
  • सबसे पहले पोस्ट या पेज एडिट करें।
  • इसकेबाद नीचे Rank Math सेक्शन में जाएं।
  • यहाँ “Advanced” टैब पर जाएं
  • यहाँ “Canonical URL” फील्ड में सही URL ऐड करे।
  • इसकेबाद Update बटन पर क्लिक करें।

2. Manually Theme में Code ऐड करके।

इसमें WordPress Theme के header.php फाइल में <head> टैग सेक्शन के अंदर यह कोड ऐड करे:

<link rel=”canonical” href=”<?php echo get_permalink(); ?>” />

3. Custom Function के जरिए। Advanced Users के लिए।

functions.php में यह कोड ऐड कर सकते हैं:

function add_canonical_tag() {
if (is_singular()) {
echo ‘<link rel=”canonical” href=”‘ . get_permalink() . ‘” />’ . “\n”;
}
}
add_action(‘wp_head’, ‘add_canonical_tag’);

How to Add Canonical Tag in Wix in Hindi | Wix में कैनोनिकल टैग कैसे ऐड करें?

Wix वेबसाइट में Canonical Tag को ऐड करने के सिंपल स्टेप्स:

  • सबसे पहले Wix Editor में लॉग इन करें।
  • उस पेज को सेलेक्ट करें। जिसमें आप canonical tag ऐड करना चाहते हैं।
  • इसकेबाद बाद लेफ्ट साइड मेनू से “Menus & Pages” पर क्लिक करें।
  • फिर पेज पर जाएं और तीन डॉट्स (…) पर क्लिक करें। फिर SEO Basics सेलेक्ट करें।
  • इसकेबाद नीचे स्क्रॉल करें और “Advanced SEO” सेक्शन में जाएं।
  • यहाँ आपको “Canonical URL” का ऑप्शन मिलेगा।
  • उसमें आप अपना Canonical URL ऐड करे, जैसे: https://www.example.com/your-main-page
  • इसकेबाद सेव करें और पब्लिश करें।

How to Add Canonical Tag in Blogger in Hindi | Blogger में कैनोनिकल टैग कैसे ऐड करें?

Blogger में Canonical Tag ऐड करने के सिंपल स्टेप्स:

  • सबसे पहले Blogger Dashboard में जाएं।
  • इसकेबाद Theme पर क्लिक करें।
  • फिर ऊपर दाईं ओर “Customize” के पास “Edit HTML” पर क्लिक करें।
  • फिर <head> टैग को सर्च करें।
  • इसकेबाद <head> के ठीक नीचे कोड को ऐड करे: <link rel=’canonical’ expr:href=’data:blog.canonicalUrl’/>
  • फिर Save Theme पर क्लिक करें।

यह भी पढ़ें:-  

निष्कर्ष | Conclusion

दोस्तों! हमें उम्मीद है, कैनोनिकल टैग पर यह लेख आपके लिए उपयोगी और जानकारीपूर्ण रहा होगा। हमारा उद्देश्य हमेशा यह रहता है कि हम आपके तकनीकी सवालों का सरल और सटीक समाधान प्रदान करें। यदि इस लेख के बाद भी आपके मन में कोई सवाल या शंका हो। तो कृपया नीचे टिप्पणी अनुभाग में पूछें। हम आपके सभी सवालों का जवाब देने के लिए तैयार हैं। आपकी प्रतिक्रिया हमारे लिए महत्वपूर्ण है। इसलिए हमें जरूर बताएं कि यह लेख आपको कैसा लगा। कृपया इस लेख को अपने दोस्तों के साथ शेयर करें।

FAQs:

Q1. Canonical Tag क्या होता है?

Ans. Canonical Tag एक HTML टैग होता है। वह सर्च इंजन को बताता है। जब हमारी वेबसाइट पर एक पेज कई यूआरएल बन जाते है। तब हम कैनोनिकल टैग के माध्यम से सर्च इंजन को अपने मुख्य वेबपेज url के बारे में बताते हैं।

Q2. Canonical Tag क्यों ज़रूरी होता है?

Ans. यह डुप्लिकेट कंटेंट की प्रॉब्लम को हल करने में बहुत मदद करता है। इससे SEO में बहुत मदद मिलती है।

Q3. Canonical Tag कैसे लिखा जाता है?

Ans. example: <link rel=”canonical” href=”https://www.example.com/page” />

Q4. Canonical Tag और 301 Redirect में क्या अन्तर है?

Ans. Canonical Tag और 301 Redirect में मुख्य अन्तर:

  • Canonical Tag यूज़र को रीडायरेक्ट नहीं करता है। यह सिर्फ सर्च इंजन को गाइड करता है।
  • जब कि 301 Redirect यूज़र और सर्च इंजन दोनों को नई URL पर भेज देता है।
Q5. क्या एक पेज पर multiple Canonical Tags हो सकते हैं?

Ans. नहीं, एक पेज पर केवल एक ही Canonical Tag होना चाहिए।

Q6. Canonical Tag कहां लगाना चाहिए?

Ans. Canonical Tag को वेबसाइट के <head> सेक्शन में लगाना चाहिए।

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